Gold exchange traded funds

गोल्ड ईटीएफ्स

गोल्ड ई टी एफ एक एक्स्चेन्ज ट्रेडेड फन्ड (ई टी एफ) है जिसका उद्देश्य डोमेस्टिक फ़िज़िकल गोल्ड प्राईज की नियमित जानकारी रखना है।

एक गोल्ड ई टी एफ युनिट एक ग्राम गोल्ड के बराबर होती है और इसमें उत्तम शुद्धता का फ़िज़िकल गोल्ड होता है। गोल्ड ई टी एफ को नैशनल स्टॉक एक्स्चेन्ज ऑफ इन्डिया (एन एस ई) और बॉम्बे स्टॉक एक्स्चेन्ज लिमिटेड (बी एस ई) में लिस्टेड किया गया है और किसी भी अन्य कंपनी के सिंगल स्टॉक की तरह इसकी ट्रेडिंग होती है। गोल्ड ई टी एफ को खरीदने का अर्थ है आप गोल्ड को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में खरीद रहे हैं। आप जैसे स्टॉक्स में ट्रेड करते हैं, वैसे ही गोल्ड ई टी एफ को खरीद या बेच सकते हैं। जब आप वास्तव में गोल्ड ई टी एफ को रिडीम करते हैं, तब आपको फ़िज़िकल गोल्ड नही मिलता लेकिन उसके मूल्य की नकद राशि मिलती है। अगर आप गोल्ड में ई टी एफ के ज़रिए निवेश करना चाहते हैं तो इस बात की पुष्टि कर लें कि वह पूरी तरह से फ़िज़िकलि बैक्ड ई टी एफ है।

गोल्ड ई टी एफ की ट्रेडिंग एक डीमटेरियलाईज़ड अकाउन्ट (डीमैट) और ब्रोकर के माध्यम से होती है जो गोल्ड का इलेक्ट्रॉनिक इन्वेस्टमेन्ट सरल बनाते हैं।

यह कैसे काम करता है?

  • प्योरिटी और प्राईज़:
    इसमें गोल्ड की प्योरिटी को लेकर किसी प्रकार की चिन्ता करने की ज़रुरत नहीं होती क्योंकि ये फन्ड्स 99.5% प्योर गोल्ड को दर्शाते हैं। गोल्ड ई टी एफ की प्राईज़ेस एनएसई की वेबसाइट पर दी जाती हैं और इन्हें ब्रोकर के द्वारा कभी भी बेचा या खरीदा जा सकता है। यहां पर एक बात ध्यान में रखने लायक यह है कि ज्वेलरी से थोड़ा अलग, गोल्ड ई टी एफ को पूरे भारत में एक ही कीमत पर बेचा और खरीदा जा सकता है।
  • कहां से खरीदा जाए:
    गोल्ड ई टी एफ को डीमैट और ट्रेडिंग अकाउन्ट के द्वारा, ब्रोकर की मदद से स्टॉक एक्स्चेन्ज से खरीदा जा सकता है। इसमें ब्रोकरेज फ़ीस और आपके द्वारा ई टी एफ को खरीदने और बेचने के दौरान फन्ड मैनेजमेन्ट के कुछ शुल्क लगते हैं।
  • क्या किसी प्रकार की कोई रिस्क है:
    गोल्ड ई टी एफ को स्टॉक एक्स्चेन्ज में ट्रेड किया जाता है इसीलिए इनमें इन्वेस्ट करना बड़ा ही सुरक्षित होता है, साथ ही यह आपके इन्वेस्टमेन्ट पोर्टफोलियो में आवश्यक वेरियेशन्स भी लाने में मदद करता है। जब भी गोल्ड के दाम बढ़ते हैं तब इन्वेस्टर के लिये रिस्क होता है, इसीलिए आपका अपने इन्वेस्टमेंट एडवाइज़र की सल्लाह लेना आवश्यक है। गोल्ड ई टी एफ आपको इस रिस्क को कम करने में मदद करता है। इसकी गतिविधियाँ पर सिक्युरिटीज़ एक्स्चेन्ज बोर्ड ऑफ इन्डिया (एस ई बी आय) द्वारा नियंत्रित किया जाता है और इसी वजह से गोल्ड इन्वेस्टमेन्ट से संबंधित रिस्क कम हो जाती है। फन्ड हाउसेस द्वारा खरीदे जाने वाले गोल्ड का नियमित ऑडिट सरकारी एजेन्सियों द्वारा भी किया जाता है।

क्या यह मेरे लिये है?
यदि आप ऎसे व्यक्तियों में से हैं जिन्हें संचयन की समस्या के कारण फ़िज़िकल गोल्ड में इन्वेस्ट नहीं करना है और आपको इस इन्वेस्टमेन्ट में टैक्स के लाभ भी चाहिये, तब यह आपके लिये है। इसके अलावा आप सिर्फ एक बटन के क्लिक पर अपनी ई टी एफ को बेच और खरीद सकते हैं।

क्या अब भी आप यह सोच रहे हैं कि गोल्ड ई टी एफ एक बेहतरीन इन्वेस्टमेन्ट टूल क्यों है?

  • अगर आप गोल्ड में ई टी एफ के ज़रिए निवेश करना चाहते हैं तो इस बात की पुष्टि कर लें कि वह पूरी तरह से फ़िज़िकलि बैक्ड ई टी एफ है। आप कम से कम एक युनिट भी खरीद सकते हैं, जो एक ग्राम है।
  • आपको किसी प्रकार का प्रीमियम या मेकिंग चार्जेस नहीं देने होते, इसलिये आपका पैसा बचेगा यदि आपकी इन्वेस्टमेन्ट बड़ी भी है।
  • आपके गोल्ड की प्योरिटी की एकदम गारंटी होती है और हर युनिट के साथ हाय प्योरिटी के फ़िज़िकल गोल्ड का आश्वासन होता है।
  • पारदर्शी और रियल टाईम गोल्ड प्राईज़ेस।
  • आप स्टॉक एक्स्चेन्ज में लिस्ट और ट्रेड कर सकते हैं।
  • यह गोल्ड को अपने साथ रखने का एक टैक्स एफिशियन्ट तरीका है जिससे प्राप्त आय को लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन माना जाता है। आपको टैक्स के लाभ मिल सकते हैं जैसे वैल्थ टैक्स, सिक्युरिटी ट्रांज़ैक्शन टैक्स, वैट तथा सेल्स टैक्स से छुटकारा।
  • यह सुरक्षित है क्योंकि डीमैट होल्डिंग में चोरी का कोई डर नहीं होता और आपको किसी प्रकार के लॉकर के चार्जेस नही देने होते।
  • ई टी एफ को लोन के एवज़ में कोलैटरल के रुप में भी स्वीकार किया जाता है।
  • गोल्ड ई टी एफ के लिये कोई एन्ट्री और एग्ज़िट लोड नहीं होता।

म्यूच्यूअल फण्ड इन्वेस्टमेंट्स, मार्किट रिस्क्स की विषय वस्तु हैं, कृपया निवेश करने से पहले सभी दस्तावेज़ ध्यान से पढ़ें।

इसे रिडीम कैसे किया जाता है?
गोल्ड ई टी एफ को डीमैट और ट्रेडिंग अकाउन्ट के द्वारा, ब्रोकर की मदद से स्टॉक एक्स्चेन्ज से बेचा जा सकता है। आप भले ही ई टी एफ में इन्वेस्ट करते समय फ़िज़िकल गोल्ड भी साथ होता है, लेकिन याद रखिये कि गोल्ड की प्राईज़ का सबसे ज़्यादा फ़ायदा फ़िज़िकल गोल्ड लेने के बजाय ई टी एफ टूल का उपयोग करने में होता है। इसलिए जब आप इसे लिक्विडेट करते हैं, तब आपके ई टी एफ में मौजूद गोल्ड की स्थानीय मार्केट प्राईज़ के मूल्य की नकद राशि मिलती है। यदि आपके पास ई टी एफ में एक किलो या उसके समकक्ष गोल्ड होता है, तब असेट मैनेजमेन्ट कंपनियां आपको अपने ई टी एफ को फ़िज़िकल गोल्ड में बदलने की अनुमति दे सकती है।