Published: 14 फ़रवरी 2020

दुनिया की सोने की बाजीगरी

दुनिया भर में, बाजार की अस्थिरता और भू-राजनीतिक अनिश्चितता के समय में सोने को एक सुरक्षित संपत्ति के रूप में जाना जाता है। सोना जो सीमाओं और समय से परे है, महान आर्थिक, सौंदर्य और भावनात्मक मूल्य रखता है। सोना पारंपरिक और वैकल्पिक संपत्ति के अरअक्‍स विविधता-भरा है और इसे बाजार के जोखिमों में एक मेंड भी माना जाता है।

यही कारण है कि केंद्रीय बैंक 2008 से अपने सोने के भंडार को बढ़ा रहे हैं, और आज वह वार्षिक सोने की मांग की एक अच्छी-खासी मात्रा बनाए हुए हैं। दो प्रमुख कारकों ने इस तथ्य को जन्म दिया है :

  • सेंट्रल बैंक सोना समझौता लागू होना (1999) और नवीकरण (2014)
  • वित्तीय संकट के बाद से उभरते केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने के विदेशी भंडार में विविधता।

यहां दुनिया के शीर्ष के 10 केंद्रीय बैंकों की सूची दी गई है, जिनके पास सोने के सबसे बड़े भंडार हैं (जून 2018 तक) :

  1. भारत

    भारत सोने का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है, और इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि उसे इस सूची में स्थान मिला है। अभी भारतीय रिजर्व बैंक के पास 560.3 टन सोना है, जो इसके विदेशी मुद्रा भंडार का 5.5% है।

  2. नीदरलैंड

    612.5 टन सोने के भंडार के साथ, यह छोटा यूरोपीय देश 9वें स्थान पर है। कुल विदेशी भंडार में इसका सोना भंडार 68.2% है। नीदरलैंड ने हाल ही में अमेरिका से अपने सोने के भंडार को बड़ी मात्रा में वापिस स्वदेश मंगाया है।

  3. जापान

    दुनिया की यह तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अपने 765.2 टन सोने के भंडार के साथ 8वां सबसे बड़ा भंडारक है। यह इसके कुल विदेशी मुद्रा भंडार का 2.5% है।

  4. स्विट्जरलैंड

    प्रति व्यक्ति सबसे ज्‍यादा सोनाधारकों के साथ स्विट्जरलैंड सबसे ऊपर है। इसका मौजूदा सोने का भंडार 1040 टन है, जो पिछले कुछ वर्षों से एक समान है। इसके कुल विदेशी मुद्रा भंडार में सोने का हिस्‍सा 5.3% है।

  5. चीन

    चीन 2018 में 1842.6 टन सोना भंडार के साथ एक स्थान नीचे आ गया है। यह उसके विदेशी भंडार का 2.4% है, जो शीर्ष के 10 देशों में यह सबसे कम है। चूंकि चीनी रेनमिनबी, डॉलर, पाउंड, यूरो और येन समेत अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की आरक्षित मुद्राओं में शामिल है, इसलिए देश को अपने सोने के भंडार के बढ़ने की उम्मीद है।

  6. रूस

    रूस ने 2017 में 223.5 टन सोना ख़रीदा, जिससे रूस ने चीन को 5वें स्थान पर खदेड़ दिया। यह लगातार तीसरा वर्ष है, जब इसकी सोने की खरीद 200 टन से अधिक रही है। इससे देश का कुल सोने का भंडार 1909.8 टन हो गया है, जो इसके विदेशी भंडार का 17.6% है।

  7. फ्रांस

    2436 टन भंडार के साथ चौथे स्थान पर रहे फ्रांस के भंडार में बहुत बदलाव नहीं हुआ है। देश ने किसी भी कीमती धातु की भारी मात्रा में बिक्री को रोक दिया है और विदेशों से अपने भंडार को वापस लाने में लगा हुआ है। इसका सोना भंडार विदेशी मुद्रा का 63.9% है।

  8. इटली

    इटली अपने 2451.8 टन सोने के साथ फ्रांस से थोड़ा ही आगे है। पिछले कुछ वर्षों में इसके सोने के भंडार में कोई बदलाव नहीं हुआ है। इटली के कुल विदेशी भंडार में सोना 67.9% है।

  9. जर्मनी

    जर्मनी के पास 3371 टन सोना है, जिसमें से अधिकांश हिस्‍से को लेन-देन से दूर रखा जाता है। फ्रांस और नीदरलैंड की तरह, जर्मनी अपने सोने को वापस लाने में लगा हुआ है, और शायद इसका सारा 70.6% विदेशी भंडार वर्ष 2020 तक इसके पास होगा।

  10. संयुक्त राज्य अमरीका

    8133.5 टन के बड़े भंडार के साथ, संयुक्त राज्य अमेरिका के पास उतना ही सोना है, जितना कि जर्मनी, इटली और फ्रांस के भंडार का जोड़ है। इसका स्वर्ण भंडार अपने विदेशी भंडार का 75.2% है, जो कि तजाकिस्तान (88%) के बाद दूसरे स्थान पर है। केनटकी के फोर्ट नॉक्स में एक विशेष भंडार में इसके सोने का अधिकांश हिस्सा रखा गया है, जिसकी कीमत लगभग 261 बिलियन अमेरिकी डॉलर है!

सोने की मांग सदाबहार है। भारत में सोने की मांग का अध्ययन दिलचस्प है, विशेष रूप से डिजिटल सोने से गोल्ड ईटीएफ तक सोने को खरीदने के नए तरीकों के आगमन को लेकर।

Sr.no. Country Gold Reserves (Tonnes) Accounts for % of its Foreign Exchange reserves
1 United States of America 8,134 75.20%
2 Germany 3,371 70.60%
3 Italy 2,452 67.90%
4 France 2,436 63.90%
5 Russia 1,910 17.60%
6 China 1,843 2.40%
7 Switzerland 1,040 5.30%
8 Japan 765 2.50%
9 Netherlands 613 68.20%
10 India 560 5.50%