Published: 15 मार्च 2018

स्वर्ण – फार्मूला 1 कारों को अधिक तेज और सुरक्षित बनाने में प्रयोग

McLaren F1 car and use of gold

जब तक फार्मूला वन कार नहीं आयी थी, विश्व की सबसे तेज चलने वाली कारों में बेतहाशा तेज गति के लिए सवारी की जगह तक को कुर्बान किया जाता रहा. गति हासिल करने के लिए फार्मूला वन कार की डिजाईन और सटीक सामग्रियों के प्रयोग सहित तमाम चीजें किसी भी दूसरी कार से भिन्न रखी गयीं.

अब ज़रा अपनी कार की फार्मूला वन कार से तुलना करें. दोनों में गियरबॉक्स होता है, भीतर में कम्बशन इंजिन्स लगी होतीं हैं, पहिये, टायर, ब्रेक और सस्पेंशन होते हैं. इस तरह मूल रूप से वे बिल्कुल समान हैं. किन्तु, फार्मूला वन कारें असल में मोटर पथ पर दिखने के लिए नहीं बनी हैं.

एक सर्वश्रेष्ठ फार्मूला वन चार मैकलैरेन एफ1 कार है जिसे मशहूर ब्रूस मैकलैरेन की रेसिंग टीम की प्रेरणा से बनाया गया था और छः वर्षों में केवल 106 मैकलैरेन्स का निर्माण किया गया. इसलिए, दुर्लभता और प्रतिष्ठित स्थिति के कारण इन कारों की कीमत काफी ऊंची होती है. विशेषज्ञों का अनुमान है कि इसका बिक्री मूल्य 10 मिलियन अमेरिकी डॉलर और इससे अधिक होनी चाहिए. मन में कीमती चीजों का ख्याल आता है तो ध्यान स्वर्ण पर चला जाता है और मैकलैरेन एफ1 की इंजन कक्ष के किनारों पर ठीक इसी आकर्षक पदार्थ का प्रयोग किया गया है.

मैकलैरेन के पीछे किसी दूसरी उच्च-कार्यकुशल कार जैसे ही संकल्पना थी : ज्यादा दम और वजन कम. मुख्य अभियंता, गोर्डन मर्रे ने इस कार को विश्व की सबसे दमदार मशीन बनाना चाहा था. उन्‍होंने इसे मंहगे उच्च-तकनीक पदार्थों, जैसे कि स्वर्ण, फाइबर, टाइटेनियम, केवलर और मैग्नेसियम के साथ अपरम्परागत डिजाईन और फार्मूला वन के विज्ञान का प्रयोग करके हासिल किया.

मैकलैरेन एफ1 के इंजन बे में 16 ग्राम स्वर्ण होता है. एफ1 को काफी कसा हुआ बनाया जाता है ताकि इसका वजन कम रह सके, किन्तु इंजन के बीच में होने के कारण काफी गर्मी उत्पन्न होती है और गर्मी से चीजें पिघल सकतीं हैं. मध्य में स्थापित बीएमडब्लू एस70/2 इंजन को मैकलैरेन एफ1 के इंजन कक्ष और इसलिए एग्जॉस्ट कक्ष में ताप कवच के रूप में स्वर्ण फलक का प्रयोग किया गया है. इस शाही कार में 24 कैरट स्वर्ण का प्रयोग शान दिखाने के लिए नहीं, बल्कि इसलिए किया गया है कि यह ताप को परावर्तित करता है और ताप विक्षेपण के लिए सर्वोत्तम पदार्थ माना जाता है. स्वर्ण फलक का प्रयोग तेल की तनकीक और इंजन के बीच कुछ निश्चित हिस्सों में इस प्रकार किया जाता है जिससे कि यह इंजन से तेल टंकी की ओर ताप का स्थानान्तरण रोक सके. इस तरह यह कार अधिक तेज सुरक्षित बनती है.