Published: 08 अगस्त 2017

स्वर्ण और स्वास्थ्य

Gold Health Benefits

क्या आप जानते हैं कि लगभग 5000 वर्ष पूर्व, अलेक्झेन्ड्रिया में अलकेमिस्ट द्वारा एक तरल स्वर्ण औषधि तैयार की थी जिससे बीमारियों से लड़ने और युवा रहने में मदद मिलती थी?

यह सही है कि स्वर्ण केवल आपके बहुमूल्य आभूषणों में एक वृद्धि भर नही है, यह आपके स्वास्थ्य को भी बेहतर बना सकता है। यह देखिये कैसे:

  1. रक्त प्रवाह बेहतर करता है

    स्वर्ण को ह्र्दय का मित्र धातु कहा जाता है जिससे आपके शरीर में रक्त परिसंचरण बेहतर हो जाता है और यह सुनिश्चित करता है कि आपके शरीर के प्रत्येक भाग को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिल सके।
    यही कारण है कि प्राचीन समय में गर्भवती महिलाओं को स्वर्ण आभूषण उनके पेट पर पहनने को कहा जाता था जिससे रक्त का संचरण बेहतर हो सके व शारीरिक द्रवों का सही परिमाण माता व शिशु को मिल सके।

  2. स्वास्थ्य लाभ

    यह विश्वास किया जाता है कि यदि आप विशुद्ध स्वर्ण (24 कैरेट) को संक्रमित या दर्द वाले स्थान पर रखते हैं, तब वह आपके जख्म को ठीक करने और संक्रमण पर नियंत्रण करने में मदद करता है।

  3. त्वचा की देखभाल

    क्या आप जानते हैं, यहां तक कि क्लियोपेट्रा, इजिप्ट की र्पसिद्ध रानी रोज रात को सोते समय स्वर्ण लेप चेहरे पर लगाकर सोती थी? स्वर्ण से त्वचा को आरामदायक और स्वास्थ्यकर तरंगे मिलती हैं और इस प्रकार से शरीर को नवीन कोशिकाओं के निर्माण में मदद मिलती है। स्वर्ण का उपयोग अनेक त्वचा की देखभाल करने वाले और सौन्दर्य प्रसाधनों में किया जाता है जैसे एक्जीमा, फफूंद संक्रमण, त्वचा पर खराशे, जख्म, त्वचा की जलन आदि।

  4. त्वचा के तापमान का नियमन

    स्वर्ण पहनने से आपके शरीर का तापमान सही बना रहता है और इससे आपको ठन्ड लगने, गर्म लहरे आने और रात के समय पसीना आने जैसी स्थिति में मदद मिलती है।

  5. आर्थराईटिस या गठिया में मदद

    क्या आप जानते हैं, कि स्वर्ण में मौजूद एक यौगिक का उपयोग, द्वितीय विश्व युद्ध के बार र्युमेटाईड आर्थराईटिस का इलाज करने के लिये किया जाता था? यहां तक कि वेनिस में भी नवजागरण के दौरान, सामाजिक समारोहों के मेजबान के द्वारा अपने मेहमान को स्वर्ण लेप से सजे बादाम दिये जाने का प्रचलन था जो कि भोजन के बाद दिया जाता था और यह र्युमेटाईड से बचाव के साथ ही अपनी संपत्ति दर्शाने का भी माध्यम था। यदि आपको गठिया है, तब स्वर्ण से आपके शरीर के दर्द को कम करने और रक्त संचरण को बेहतर करने में मदद मिलती है।

  6. व्यसन का इलाज

    19वी शताब्दी में, स्वर्ण का उपयोग शराब के व्यसन को छुडाने के लिये किया जाता था। आज स्वर्ण का उपयोग, निकोटिन, नशीली दवाएं और कैफीन के व्यसन को दूर करने की दवाईयों में होता है।

  7. कैंसर का इलाज

    स्वर्ण की मदद से आपके शरीर में कैंसर रुपी कोशिकाओं की वृद्धि रुक जाती है। इसलिये इसका उपयोग विविध प्रकार के कैंसर के दौरान वैकल्पिक दवा के रुप में होता है जैसे प्रोस्टेट और गर्भाशय का कैंसर।4 स्वर्ण द्वारा कैंसर की पहचान भी समय से पूर्व हो सकती है सिटल्म्युन, एक यू एस आधारित बायोफार्मास्युटिकल कंपनी द्वारा एक तरीका विकसित किया गया है जिसमें एन्टी कैंसर दवाईयों को सीधे स्वर्ण नैनो पार्टिकल के इस्तेमाल से बनाया गया। अन्य कंपनी, नैनोस्पेक्ट्रा द्वारा नैनोशेल्स का अविष्कार किया गया, जो कि वैसे नैनोशैल प्लास्मोन है, यह एक प्रकार के गोलाकार नैनोपार्टिकल्स है जिसमें डायैलेक्ट्रिक कोर होता है जिसपर धातु का खोल होता है (सामान्य रुप से स्वर्ण का)।

  8. स्वास्थ्य देखभाल तकनीक

    क्या आपको पता है कि स्वर्ण के नैनोपार्टिकल हजारो रैपिड डायग्नोस्टिक टेस्ट्स (आरडीटी) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जिन्हे हर वर्ष वैश्विक रुप से किया जाता है? आरडीटी में स्वर्ण नैनोपार्टिकल्स होते हैं जिससे यह पता चलता है कि रोगी को मलेरिया है या नही। लेकिन इसका एक और उपयोग है कि यह एचआईवी/एड्स के समय से पता लगाने में भी मदद करता है।

स्वर्ण केवल आपके वित्तीय भविष्य को ही सुरक्षित नही करता है (financial future secure); यह आपके स्वास्थ्य की सुरक्षा भी सुनिश्चित करता है।
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