Published: 14 जुलाई 2017
गोल्ड में इन्वेस्ट करना – आपके पूर्वजों ने भी किया था?
![Investing in Gold – Did our Ancestors have it Right? Investing in Gold – Did our Ancestors have it Right?](/sites/default/files/styles/single_image_story_header_image/public/Investing%20in%20Gold%20%E2%80%93%20Did%20our%20Ancestors%20have%20it%20Right_700X395_2.jpg?itok=lnrL09oK)
भारतीयों को गोल्ड विरासत में मिला है और यह कई शताब्दियों से हमारे साथ है। हमारे ऊर्वजों द्वारा भी गोल्ड को पूरा महत्व दिया गया था और अनेक सांस्कृतिक, ऎतिहासिक और धार्मिक कारणों से इसमें निवेश किया जाता रहा है। इसके साथ ही जब तक आधुनिक स्टॉक एक्स्चेन्जर्स और बडे फायनांशियल इन्स्टीट्यूशन्स अस्तित्व में नही थे, तब तक गोल्ड में इन्वेस्टमेन्ट ही कुछ चुनिन्दा ऑप्शन्स में से एक था।
आज भी, जब भारतीयों के लिये इन्वेस्टमेन्ट की भरपूर संधियां उपलब्ध है, हमारा गोल्ड के प्रति प्रेम वैसा ही है। सामाजिक लक्ष्यों के साथ ही गोल्ड का एक मूल्य भी है जिसकी पहचान जरुरी है, यही वह कारण है जिसके चलते इसने हमारे पूर्वजों को भी आकर्षित किया है।
तब क्या उन्होंने सही किया था? भारत में पूर्वजों का गोल्ड के प्रति प्रेम आज के आधुनिक समय में भी वैसा ही है।
1. विरासत में मिला हुआ गोल्ड का मूल्य
स्टॉक्स, बॉन्ड, म्युच्युअल फन्ड, फ्यूचर और अन्य इन्वेस्टमेन्ट ऑप्शन्स से अलग, गोल्ड एक भौतिक संपत्ति है और इसका विरासत संबंधी मूल्य भी है। इसका अर्थ है कि अर्थव्यवस्था की स्थिति चाहे जो भी हो, गोल्ड लंबे समय तक अपनी कीमत बनाकर रखता है। इस तथ्य की सच्चाई हमने पहले भी देखी है और यह भविष्य में भी सही रहेगी।
2. गोल्ड इन्फ्लेशन से मुक्त है
मुद्रा का अवमूल्यन और मंदी के कारण निवेश का मूल्य कम होता है। लेकिन यह तथ्य गोल्ड पर लागू नही होता है और इसे इसी कारण से ऎतिहासिक रुप से किसी भी प्रकार के बदलावों से मुक्त माना जाता रहा है और यह सोच आज भी कायम है। गोल्ड का भौतिक मूल्य, निवेश के लिये इसकी लोकप्रियता, सीमित आपूर्ति आदि के कारण यह किसी प्रकार के आर्थिक बदलावों से अप्रभावित रहता है और अपने आप को बेहतर इन्वेस्टमेन्ट ऑप्शन सिद्ध करता है।
3. गोल्ड द्वारा हमेशा से चाही गई स्थिरता मिल पाती है
देखा जाए, तो गोल्ड का मूल्य हमेशा स्थिर रहता है, यह अन्य किसी भी प्रकार की संपत्ति से कम बदलाव भरा होता है जैसे कि शेयर्स। स्टॉक मार्केट में कुछ स्थितियां बाहरी कारकों से भी बदलती है – जियोपोलिटिक्स, आमदनी, मैक्रोइकोनॉमिक, मार्केट सेन्टीमेन्ट और अन्य कई। इन बाहरी कारकों पर निर्भरता के कारण स्टॉक मार्केट अत्यंत अनसोची स्थिति में रहता है।
गोल्ड की कीमत देश की आर्थिक स्थिति के स्वास्थ्य से संबंधित नही रहती और इसमें कहीं भी कोई जोखिम शामिल नही होता (यह जोखिम कि तृतीय पक्ष द्वारा अनुबन्ध की शर्तों का पालन नही किया जाएगा, जिसे मुख्य रुप से किसी भी वित्तीय निवेश में प्रमुख रुप से देखा जाता है)। इसे लम्बे समय के दौरान सही अनुभव के रुप में लिया गया है और यह आज भी सही है।
4. गोल्ड बेहतर तरलता प्रदान करता है
पूरे इतिहास पर दृष्टि डालें तब भी आप यह देख सकते हैं कि गोल्ड की तरलता बेहतर होती है। गोल्ड की मांग हमेशा बनी रहती है और इसकी आपूर्ति सीमित होती है, यही कारण है कि गोल्ड को बेचना हमेशा से ही सरल होता है। यही स्थितियां अन्य संपत्तियों के साथ नही होती जैसे घर, इसे बाजार में महीनों तक रखना होगा और इसके बाद भी आपको मनचाही कीमत नही मिल सकती। इसके स्थान पर गोल्ड को देखेंगे, तब यह सीधे बाजार मूल्य पर बिक सकता है।
यही तथ्य गोल्ड को बेहतर निवेश विकल्प बनाते हैं जो हर समय आपके साथ रहता है। और वे सभी स्थितियां जिनमें आर्थिक बदलाव आते हैं, तब भी लोगों को एक सुरक्षित निवेश की जरुरत होती है, इन्हे गोल्ड ही बेहतर तरीके से पूरा करता है।
हमारे पूर्वज बिल्कुल सही थे।
आज भी, जब भारतीयों के लिये इन्वेस्टमेन्ट की भरपूर संधियां उपलब्ध है, हमारा गोल्ड के प्रति प्रेम वैसा ही है। सामाजिक लक्ष्यों के साथ ही गोल्ड का एक मूल्य भी है जिसकी पहचान जरुरी है, यही वह कारण है जिसके चलते इसने हमारे पूर्वजों को भी आकर्षित किया है।
तब क्या उन्होंने सही किया था? भारत में पूर्वजों का गोल्ड के प्रति प्रेम आज के आधुनिक समय में भी वैसा ही है।
1. विरासत में मिला हुआ गोल्ड का मूल्य
स्टॉक्स, बॉन्ड, म्युच्युअल फन्ड, फ्यूचर और अन्य इन्वेस्टमेन्ट ऑप्शन्स से अलग, गोल्ड एक भौतिक संपत्ति है और इसका विरासत संबंधी मूल्य भी है। इसका अर्थ है कि अर्थव्यवस्था की स्थिति चाहे जो भी हो, गोल्ड लंबे समय तक अपनी कीमत बनाकर रखता है। इस तथ्य की सच्चाई हमने पहले भी देखी है और यह भविष्य में भी सही रहेगी।
2. गोल्ड इन्फ्लेशन से मुक्त है
मुद्रा का अवमूल्यन और मंदी के कारण निवेश का मूल्य कम होता है। लेकिन यह तथ्य गोल्ड पर लागू नही होता है और इसे इसी कारण से ऎतिहासिक रुप से किसी भी प्रकार के बदलावों से मुक्त माना जाता रहा है और यह सोच आज भी कायम है। गोल्ड का भौतिक मूल्य, निवेश के लिये इसकी लोकप्रियता, सीमित आपूर्ति आदि के कारण यह किसी प्रकार के आर्थिक बदलावों से अप्रभावित रहता है और अपने आप को बेहतर इन्वेस्टमेन्ट ऑप्शन सिद्ध करता है।
3. गोल्ड द्वारा हमेशा से चाही गई स्थिरता मिल पाती है
देखा जाए, तो गोल्ड का मूल्य हमेशा स्थिर रहता है, यह अन्य किसी भी प्रकार की संपत्ति से कम बदलाव भरा होता है जैसे कि शेयर्स। स्टॉक मार्केट में कुछ स्थितियां बाहरी कारकों से भी बदलती है – जियोपोलिटिक्स, आमदनी, मैक्रोइकोनॉमिक, मार्केट सेन्टीमेन्ट और अन्य कई। इन बाहरी कारकों पर निर्भरता के कारण स्टॉक मार्केट अत्यंत अनसोची स्थिति में रहता है।
गोल्ड की कीमत देश की आर्थिक स्थिति के स्वास्थ्य से संबंधित नही रहती और इसमें कहीं भी कोई जोखिम शामिल नही होता (यह जोखिम कि तृतीय पक्ष द्वारा अनुबन्ध की शर्तों का पालन नही किया जाएगा, जिसे मुख्य रुप से किसी भी वित्तीय निवेश में प्रमुख रुप से देखा जाता है)। इसे लम्बे समय के दौरान सही अनुभव के रुप में लिया गया है और यह आज भी सही है।
4. गोल्ड बेहतर तरलता प्रदान करता है
पूरे इतिहास पर दृष्टि डालें तब भी आप यह देख सकते हैं कि गोल्ड की तरलता बेहतर होती है। गोल्ड की मांग हमेशा बनी रहती है और इसकी आपूर्ति सीमित होती है, यही कारण है कि गोल्ड को बेचना हमेशा से ही सरल होता है। यही स्थितियां अन्य संपत्तियों के साथ नही होती जैसे घर, इसे बाजार में महीनों तक रखना होगा और इसके बाद भी आपको मनचाही कीमत नही मिल सकती। इसके स्थान पर गोल्ड को देखेंगे, तब यह सीधे बाजार मूल्य पर बिक सकता है।
यही तथ्य गोल्ड को बेहतर निवेश विकल्प बनाते हैं जो हर समय आपके साथ रहता है। और वे सभी स्थितियां जिनमें आर्थिक बदलाव आते हैं, तब भी लोगों को एक सुरक्षित निवेश की जरुरत होती है, इन्हे गोल्ड ही बेहतर तरीके से पूरा करता है।
हमारे पूर्वज बिल्कुल सही थे।