Published: 21 मई 2018

सोना पुनर्नवीनीकृत यानि रीसाइकिल करने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें

Tips to follow while recycling gold jewellery

सोने के गहनों के डिज़ाइन लगातार बदलते रहते हैं। पूरे भारत में सोना रखने वालों ने सोने को रीसाइकिल करने के बारे में जानकारी हासिल की ताकि वे अपने पुराने या पैतृक गहनों को नये चलन और पैटर्न के गहनों के अनुसार बेहतर बना सकें। यदि आप भी अपने सोने के गहनों को आधुनिक रूप देने के लिए रीसाइकिल करने की सोच रहे हैं, तो इन बातों का ध्यान रखें।

  1. आपके पुराने सोने के गहनों की सही कीमत

    अपने पुराने सोने की शुद्धता की जाँच के लिए उसे किसी स्वर्ण परीक्षण / निरीक्षण केंद्र या फिर किसी स्थापित व मान्य स्वर्ण विक्रेता के शोरूम में लेकर जाएँ।

    सुनार सोने को परखने और वजन करने के लिए एक इलेक्ट्रॉनिक शुद्धता परीक्षक का प्रयोग करते हैं। आपको परीक्षण की रिपोर्ट का एक प्रमाण-पत्र दिया जाएगा, जिस पर धातु का सटीक वजन और प्रतिशत या कैरेट में उसकी शुद्धता लिखी होगी।

    यह है कैरेट में शुद्धता जाँचने का एक सरल सूत्र:

    • पुराने सोने का मूल्य = (पुराने सोने का वजन * सोने की शुद्धता (टेस्ट रिपोर्ट में लिखित) * सोने का वर्तमान दर / 24

    यह है प्रतिशत में शुद्धता जाँचने का एक सरल सूत्र:

    • पुराने सोने का मूल्य = (पुराने सोने का वजन * सोने की शुद्धता (टेस्ट रिपोर्ट में लिखित) * सोने का वर्तमान दर / 100

    मान लीजिए कि पुराने सोने के गहने का वजन 20 ग्राम है और शुद्धता 18 कैरेट। और मान लें कि सोने का वर्तमान दर 3,055 रुपये प्रति ग्राम है। तब:

    • पुराने सोने का मूल्य (कैराटेज के अनुसार) = 20 * 18 * 3,055 / 24 = 45,825 रुपये
    • पुराने सोने का मूल्य (प्रतिशत के अनुसार) = 20 * 75 * 3,055 / 100 = 45,825 रुपये
  2. पत्थरों के वजन को घटा दें

    यदि आप जड़ाऊ गहने ख़रीद रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप सोने के दर पर पत्थर तो नहीं ख़रीद रहे। उस गहने में प्रयोग किये गये सोने के कुल वजन में से पत्थरों का वजन घटा दीजिए और सिर्फ सोने के वजन के लिए ही भुगतान कीजिए।

  3. गढ़ाई शुल्क

    सोने को रीसाइकिल करने में कई कारक जुड़े होते हैं, जिनमें से एक है गढ़ाई शुल्क। सोना बेचते समय गढ़ाई शुल्क लागू नहीं होता। लेकिन जब आप अपना सोना बेचकर उससे नये गहने बनवाते हैं, तब उस पर गढ़ाई शुल्क जुड़ जाता है।

    गढ़ाई या मजदूरी शुल्क में कारीगरी की वह लागत जुड़ती है जिससे सोना किसी विशेष गहने के डिज़ाइन में परिवर्तित हो जाता है और इसलिए यह हर सुनार के लिए भिन्न होता है। यह शुल्क जनसाधारण के लिए सामान्य डिज़ाइन में करीब 3% से शुरु होता है और बेहद बारीक व जड़ाऊ गहनों के डिज़ाइन में 25% तक बढ़ जाता है।

    अपना पुराना सोना रीसाइकिल करने जाने से पहले सोने का वर्तमान मूल्य ज़रूर जाँच लें। इस प्रकार आपको मान्य गढ़ाई शुल्क के बारे में उचित जानकारी हो जाएगी।

  4. अपशिष्ट शुल्क

    पुराने सोने को नये डिज़ाइनमें परिवर्तित करते समय, उस पूरी मात्रा का प्रयोग नहीं किया जा सकता। यह इसलिए होता है क्योंकि सोना पिघलन, टंकन, और कटाव की प्रक्रियाओं से गुज़रता है। चूँकि यह सोना प्रयोग में नहीं लाया जा सकता, इसलिए ख़रीददार को अपने ख़रीदे गये गहनों में इसका शुल्क, अपशिष्ट शुल्क के रूप में, अदा करना पड़ता है। अपशिष्ट शुल्क 5% से 7% की सीमा में होते है। यह शुल्क आपके द्वारा बनवाये गये गहने पर निर्भर करता है। यह शुल्क सोने के गहने के वजन का प्रतिशत भाग भी हो सकता है।

    उन स्वर्ण विक्रेताओं से सम्भलकर रहें जो अन्य शुल्क, जैसे पिघलन व प्रबंधन शुल्क, लगाने की कोशिश करते हैं।

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