Published: 04 अक्टूबर 2018

रिटायरमेंट के बाद सोने में निवेश करने के तरीके

Gold as an investment - Perfect retirement option

यदि आप हाल ही में सेवा-निवृत्त हुए हैं और आपको आय का एक स्रोत नहीं रहने की चिंता सता रही है, आप सोने को निवेश का एक विकल्प मान सकते हैं, जिससे आपके जीवन का यह स्वर्णिम दौर वित्तीय रूप से सुरक्षित हो जाएगा।

  1. स्वर्ण मुद्रीकरण योजना

    सम्भव है आपके पास कुछ सोना बेकार रखा हो, जिसका आप प्रयोग नहीं कर रहे हों और जो पिछले कई वर्षों से त्यौहारों, पारिवारिक उत्सवों, उपहारों और क्रय के तौर पर इकट्ठा हुआ हो। आइए जानिए उसका समुचित लाभ कैसे उठाया जाए।

    स्वर्ण मुद्रीकरण योजना (जीएमएस) की शुरुआत 2015 में हुई थी ताकि आप अपने भौतिक सोने – छड़ , सिक्के या गहने - को एक स्वर्ण बचत खाते (गोल्ड सेविंग्स अकाउंट) में जमा करके उसे आय की एक सम्पत्ति के रूप में बदल सकें।

    जीएमएस में निवेश करने से आप इकट्ठा किये हुए सोने से नियमित ब्याज कमाकर उसे आय का एक ज़रिया बना सकते हैं। फिलहाल में, आपको अपना सोना लॉकर में ही सुरक्षित रखने के लिए भुगतान देना पड़ता है। इस योजना के तहत, आपको सिर्फ अपना सोना अपने बैंक के किसी जीएमएस खाते में रखना है और फिर आप उससे ब्याज कमा सकते हैं।

    आप इस खाते में एक से पंद्रह वर्षों तक के लिए सोना रख सकते हैं। इसमें ब्याज दर 0.5% से 2.5% तक होता है, जो इस बात पर निर्भर करती है कि आप कितने लम्बे समय तक खाता चालू रखना चाहते हैं, यानि जितनी लम्बी अवधि का खाता, उतना अधिक ब्याज दर। इस योजना के तहत आपको कोई कर भी नहीं देना होगा।

    इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें बैंक का ब्याज सोने के रूप में ही होता है। मतलब यह हुआ कि यदि वार्षिक ब्याज 2.5% है तो आपको अपने जीएमएस खाते में जमा किये गये प्रति 100 ग्राम सोने पर 2.5 ग्राम सोना मिलेगा।

    एक स्वर्ण बचत खाता खोलने के लिए आप सिर्फ 30 ग्राम जितनी कम मात्रा से भी शुरुआत कर सकते हैं और उसके बाद से आपके सोने की सुरक्षा की जिम्मेदारी बैंक की।

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  2. गोल्ड ईटीएफ

    हमने स्टॉक बाज़ार में निवेश करने से कमाई की सम्भावनाओं के बारे में सुना है।

    आजकल, सोना सिर्फ भौतिक रूप में ही नहीं खरीदा जाता, बल्कि डिजिटल रूप में भी लिया जाता है। गोल्ड ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) से आप ऑनलाइन भी सोने में निवेश कर सकते हैं।

    एक गोल्ड ईटीएफ एक्सचेंज ट्रेडेड फंड होता है जो घरेलू भौतिक सोने की कीमत की निगरानी करता है। गोल्ड ईटीएफ कागज़ी या अभौतिक रूप में भौतिक सोने का प्रतिनिधित्व करने वाली इकाइयाँ होती हैं। गोल्ड ईटीएफ की एक इकाई 1 ग्राम सोने के बराबर होती है और इसके पीछे श्रेष्ठ शुद्धता का भौतिक सोना होता है।

    आप स्टॉक की तरह ही गोल्ड ईटीएफ खरीद और बेच सकते हैं। जब आप असल में गोल्ड ईटीएफ रिडीम कराते हैं, आपको भौतिक सोना तो नहीं मिलता लेकिन उतने ही मूल्य का नकद मिलता है। गोल्ड ईटीएफ बहुत लाभकारी होता है क्योंकि इसमें जीएसटी नहीं लगता और ना ही इसमें कोई मजूरी या प्रीमियम शुल्क लगता है।

    उपर्युक्त सभी कारणों से सोने में निवेश करना सेवा-निवृत्त व्यक्तियों के लिए एक उत्तम विकल्प है। ये सिस्टेमैटिक इंवेस्टमेंट प्लैन (एसआईपी) के जरिये भी शुरु किया जा सकता है क्योंकि इसमें एकमुश्त बड़ी रकम नहीं करके, छोटी मात्रा में नियमित अंतराल पर निवेश किया जा सकता है।

    गोल्ड ईटीएफ में निवेश करना शुरु करने के लिए आपको सबसे पहले एक डीमैट खाता खोलना पड़ेगा और यह तय करना पड़ेगा कि आप किस ब्रोकर या बैंक के जरिये खरीदना चाहते हैं। निवेश करने के लिए गोल्ड ईटीएफ और खरीदने के लिए इकाइयों की संख्या तय करने के बाद, आप आसानी से ट्रेडिंग पोर्टल के माध्यम से अपना ऑर्डर प्लेस कर सकते हैं।

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