Published: 31 अगस्त 2017

हॉलमार्क वाला सोना खरीदते समय जाँचने योग्य बातें

how to identify hallmark gold jewellery

लोग आजकल सोने के गहने खरीदते समय बानगी वाले सोने (यानि हॉलमार्क सोने) पर विशेष रूप से ध्यान देने लगे हैं। पहले के समय में, उपलब्ध सोने की शुद्धता को लेकर कुछ गम्भीर सवाल उठे थे, जिस कारण आज बीआईएस-मान्यता प्राप्त बानगी वाले सोने के गहनों का महत्त्व बहुत बढ़ गया है।

क्या है बीआईएस गोल्ड हॉलमार्किंग?

भारत सरकार ने स्वर्ण बानगी योजना (यानि गोल्ड हॉलमार्किंग स्कीम) के संचालन के लिए ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (बीआईएस) को एकमात्र भारतीय एजेंसी के रूप में चुना है। बीआईएस स्वर्ण बानगी योजना स्वैच्छिक है और बीआईएस धारा, नियम व अधिनियम के तहत संचालन में है। इस योजना के तहत, बीआईएस द्वारा ज्वेलर्स को लाइसेंस दिया जाता है और प्रमाणित ज्वेलर्स अपने गहनों की बानगी बीआईएस द्वारा मान्यता-प्राप्त किसी भी ऐसेइंग ऐंड हॉलमार्किंग सेंटर से करा सकते हैं।

बीआईएस हॉलमार्क किसी व्यक्ति द्वारा खरीदे गये गहने की शुद्धता को सुनिश्चित करता है, ख़ासतौर पर सोने में मिश्रित अन्य धातु की मात्रा के मामले में। तो, लोगों को भरोसा रहेगा कि 22 कैरेट का सोने का गहना, वाक़ई में 22 कैरेट का ही है।

हॉलमार्क सोने के गहने कैसे पहचानें – जाँचने योग्य 4 बातें

बीआईएस नियम के अनुसार, किसी भी हॉलमार्क-युक्त सोने के गहने पर चार पहचान चिह्न या हॉलमार्क निशान होने चाहिए, जो निम्न प्रकार से है:

  1. ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (बीआईएस) लोगो

    यह चिह्न दर्शाता है कि गहने की बनगी और परख ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स द्वारा निर्धारित मापदंडों के अनुसार ही की गयी है।

  2. कैरेट और बारीकी में सोने की शुद्धता

    भारत में सोने की बानगी सिर्फ तीन स्तरों पर की जाती है – 22, 18 और 14 कैरेट। इसलिए 22 कैरेट सोने को 22k916 चिह्न देकर प्रमाणित किया जाएगा। सोना खरीदते समय, उसकी शुद्धता की जाँच के लिए यह चिह्न ज़रूर देखें।

  3. सोने की परख और बानगी के केंद्र का चिह्न:

    सोना खरीदते समय बीआईएस द्वारा स्वीकृत उस परख और बानगी केंद्र के चिह्न की जाँच कर लें जहाँ उस गहने की ऐसेइंग और हॉलमार्किंग हुई है।

  4. बीआईएस प्रमाणित ज्वेलर का पहचान चिह्न

    इसके अलावा, बानगी वाले सोने पर बीआईएस-प्रमाणित ज्वेलर/आभूषण निर्माता का पहचान चिह्न भी होता है। भारत में बानगी वाले स्वर्ण-विक्रेताओं की पूरी सूची बीआईएस की वेबसाइट पर देखी जा सकती है। यदि किसी निवेशक को बानगी-सम्बंधित कोई शिकायत या समस्या हो तो वे बीआईएस से सीधा सम्पर्क कर सकते हैं।

सोने के गहने खरीदते समय मानने वाली महत्त्वपूर्ण बातें

  • गोल्ड कैरेट

    सोने का माप कैरेट में होता है। यदि आप सोने के गहने या सिक्के खरीद रहे हैं, तो आपके लिए यह जानना ज़रूरी है कि उसकी कीमत और स्थायित्व पर कैरेट का क्या असर पड़ता है। 24 कैरेट सोना शुद्ध सोना (99.99 प्रतिशत खरा सोना) होता है, जबकि 22 कैरेट सोने में 91.6% शुद्धता होती है। सोने के गहने कभी भी 24 कैरेट सोने से नहीं बन सकते, क्योंकि अपने सबसे शुद्ध रूप में सोना बहुत ही नरम होता है और इसलिए वह गहने बनाने के लिए बिल्कुल उपयुक्त नहीं होता है। गहने बनाने के लिए सोने में अन्य धातुएँ जैसे ताम्बा, चाँदी, निकेल या ज़िंक मिश्रित करना पड़ता है।

  • सोने के गहनों पर निर्माण शुल्क यानि मजदूरी

    सोने की चूड़ियाँ, चेन या हार आदि खरीदते समय उसकी मजदूरी पर भी ध्यान देना चाहिए। सोने के गहनों पर मजदूरी अकसर प्रति ग्राम के आधार पर ली जाती है।

  • स्वर्णकार यानि ज्वेलर की प्रतिष्ठा

    सोना खरीदते समय, ज्वेलर की साख भी जाँच लेना उचित होगा। अनजानी जगह से सोना खरीदना आपको महँगा पड़ सकता है, ख़ासकर शुद्धता के मामले में।

    हॉलमार्क स्वर्णाभूषण खरीदते समय ध्यान रखने योग्य बातों को समझने के बाद, अब समय है गोल्ड हॉलमार्किंग की परिभाषा और प्रक्रिया को गहराई से जानने का।